18-44 आयु वर्ग में भी टीका करण के लिए स्थलीय रजिस्ट्रेशन की केंद्र सरकार ने दी मंजूरी. टाइम स्लॉट बुक करने में हो रही थी भारी परेशानियां, टाइम स्लॉट बुक करने के बाद भी टीका लगवाने नहीं पंहुच रहे थे काफी लोग, टीके की खुराकें भी हो रही थी ख़राब..मौके पर भी हो सकेगा अब रजिस्ट्रेशन..

देहरादून/मसूरी
May be an image of Munna Singh Chauhan and beard    एक ओर 18 -44 आयु वर्ग के नागरिकों को   टीका लगवाने के लिए ऑन लाइनटाइम स्लॉट बुक करने में होने वाली परेशानियां और दूसरी ओर टाइम स्लॉट बुक करने के बाद भी कुछ असावधान लोगों के टीका करण केंद्र पर न पंहुचने की वजह से टीके की खुराकों के ख़राब हो जाने की खबरों को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार ने 45 से ऊपर आयु वर्ग के लोगों की तरह ही 18 से 44 वर्ग के लोगों के लिए भी राज्यों को ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की अनुमति दे दी है. साथ ही केंद्र ने राज्य सरकारों को ये अधिकार दे दिया है कि इस विषय में वो परिस्थितिओं के अनुसार ही निर्णय लें ताकि टीके की खुराकें ख़राब न हों मगर इस बात का पूरा ध्यान रखना होगा कि बिना वजह टीका करण केंद्रों पर भीड़ एकत्रित न हो.
    इस विषय पर हुयी बातचीत में बी जे पी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता और वरिष्ठ विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने  बताया कि उन्होंने केंद्र सरकार से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में सुधार करने हेतु मांग की थी ताकि राज्य में विशेषकर ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों में नेटवर्क की कमी की वजह से और टीके के लिए रजिस्ट्रेशन और ऑनलाइन टाइम स्लॉट बुक करने की अनिवार्यता के नियम के कारण लोगों को टीका लगवाने में असुविधाएं न हों. चौहान ने कहा है कि सरकार बेहद संवेदन शीलता के साथ अपने सभी संसाधनों से भरसक प्रयास कर रही है कि जल्दी से जल्दी टीकों की कमी पूरी की जाय ताकि देश के हर नागरिक की सुरक्षा  सुनिश्चित हो सके जबकि विपक्ष इस महामारी में भी राजनीतिक फायदा उठाने के मौके ढूंढ रहा है और सिर्फ नकारात्मक राजनीति कर रहा है . उन्होंने कहा है कि सरकार देश के हर नागरिक को इस महामारी से सुरक्षित करने के लिए दिन रात एक काम कर रही है यहां तक कि 2 वर्ष से ऊपर के बच्चों के लिए बनाये जाने वाले टीकों का मानव परीक्षण भी अंतिम दौर में है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि सरकार पर भरोसा रखें. मास्क का प्रयोग करें,सामाजिक दूरी के नियम का पालन करें और बार बार अपने हाथों को साबुन से धोने की आदत डालें. हम केवल अपनी आदतों में सुधार लाकर ही अपने और दूसरों की सुरक्षा में सबसे बड़ा योगदान दे सकते हैं.
Spread the love