1.कोरोना महामारी के बीच उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव जारी..
जहाँ एक और पूरे देश में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है, रोज बड़े बड़े अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन की कमी के कारण मरने तक की खबरें अखबारों के पन्नों पर प्रमुखता से छप रही हैं वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों की रेल पेल जारी है जहाँ प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में 20 जिलों की 2.14 लाख से अधिक सीटों पर आज वोट डाले जा रहे हैं. इस चरण में तीन करोड़ से ज्यादा वोटर 3.52 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों की तकदीर का फैसला करेंगे.वोट डालने के लिए लगी लम्बी लम्बी लाइन में खड़े लोग ना तो मास्क लगाए हुए और न सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन करते दिखाई दे रहे हैं.शायद यही सोचकर ही कई जाने माने विशेषज्ञ मई महीने में उत्तर प्रदेश को कोरोना हॉट स्पॉट बनने की आशंका खुल कर प्रकट कर चुके हैं. आखिर जब खुद सरकार द्वारा जारी कोविड गाइड लाइन्स के नियमों का मजाक उड़ाते हुए लोगों के बीच कोरोना से बचाव की कोई ठोस व्यवस्था ही नहीं है तो दोष किस किसको दिया जा सकता है. सच तो यही है कि जब राजनीति की बात आती है तो उस समय सभी कायदे क़ानून धरे के धरे रह जाते हैं.
2.देश में टीकाकरण अभियान के 100 दिन पूरे…….दी जा चुकी है कुल 14 .19 करोड़ टीके की खुराकें …………..
कल टीकाकरण अभियान के 100वें दिन 9,95,288 टीके की खुराकें दी गईं.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी की गयी अनंतिम रिपोर्ट के अनुसार बीते सौ दिनों के भीतर अब तक टीकों की कुल 14,19,11,223 खुराकें दी जा चुकी हैं. इनमें 92,98,092 स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं जिन्हें पहली खुराक और 60,08,236 स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है. रिपोर्ट के अनुसार अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले 1,19,87,192 कर्मियों को पहली और 63,10,273 कर्मियों को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है. 60 वर्ष से अधिक उम्र के 4,98,72,309 लोगों को पहली और 79,23,295 लोगों को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है जबकि 45 से 60 वर्ष आयुवर्ग के 4,81,08,293 लोगों को टीके की पहली खुराक और 24,03,633 लोगों को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है.
3.मसूरी में कोरोना संक्रमितों की मदद की पहल….
मसूरी में सामाजिक संस्था पहल की हो रही है प्रशंसा.लोगों ने कहा शुक्रिया.
4. चुनाव आयोग है कोरोना की दूसरी लहर क़े लिए जिम्मेदार…चुनाव आयोग क़े अधिकारियों पर होना चाहिए हत्या का मुक़दमा दर्ज…चेन्नई हाई कोर्ट…
तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों में 15 हजार 659 लोग कोरोना संक्रमण का शिकार होने और 82 लोगों की मौत हो जाने क़े सन्दर्भ में एक केस की सुनवाई करते हुए मद्रास हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजीब बनर्जी ने नाराज होकर कहा कि चुनाव आयोग ही कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार है. चुनाव आयोग द्वारा ही चुनावी रैलियों की अनुमति दी गयी इसलिए चुनाव आयोग के अधिकारियों के खिलाफ हत्या के आरोपों का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए.
अदालत ने तमिलनाडु विधान सभा चुनाव की 2 मई को होने वाली मतगणना के सम्बन्ध में चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि यदि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित नहीं किया गया तो तत्काल प्रभाव से मतगणना पर रोक लगा दी जा सकती है.
5. महाकुम्भ 2021 …..
कोरोना क़े गंभीर साये और तमाम विवादों और आशंकाओं क़े साथ आयोजित महाकुम्भ के समापन का ऐलान तो कुछ दिन पूर्व ही हो चुका था मगर कल 27 अप्रैल को केवल प्रतीकात्मक रूप से शाही स्नान आयोजित कर इसका आधिकारिक रूप से समापन भी संपन्न हो जाएगा, वैसे भी ज्यादातर साधु संत अब तक वापस लौट भी चुके हैं और कोरोना क़े साये में हरिद्वार भी सूना सूना नजर आने लगा है. मगर इस महाकुम्भ को शायद इसीलिए सबसे ज्यादा याद किया जाएगा कि इसी ने अपने आरम्भ होने से पूर्व ही तत्कालीन सरकार क़े मुखिया त्रिवेंद्र रावत की कुर्सी तीरथ तक और तब सरकार क़े नंबर दो और ताकतवर मंत्री मदन कौशिक को मंत्रिपरिषद से बाहर कर संगठन की बागडोर की कुर्सी तक जरूर पंहुचा दिया है..
6. मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन का सराहनीय कार्य…..ऑक्सीजन और एम्बुलेंस सेवा की शुरू….
जब देश में जगह जगह अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से मरने की खबरें रोज छप रही हैं वहां पर जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित मसूरी वासियों क़े लिए एक सुखद खबर भी आयी है. मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने अपने प्रयासों से ही मसूरी में ऑक्सीजन और एम्बुलेंस सर्विस शुरू कर दी है.एसोसिएशन क़े अध्यक्ष रजत अग्रवाल, सचिव जगजीत कुकरेजा और कोषाध्यक्ष नागेंद्र उनियाल ने बताया है कि कोरोना महामारी की पिछले वर्ष की शुरुवात से ही उनका संगठन इस महामारी से पीड़ित और प्रभावितों की हर संभव मदद करता आया है.स्थानीय प्रशासन के सहयोग से प्रवासियों और स्थानीय निवासियों को उनके गंतव्य तक पंहुचाने,जरूरतमंदों को भोजन और राशन पंहुचाने में संगठन ने हर संभव मदद की है.उनका प्रयास है कि इस अनदेखी बीमारी से पीड़ित प्रत्येक व्यक्ति तक मदद पंहुचे.
7. जिलाधिकारी देहरादून डॉक्टर आशीष श्रीवास्तव का सन्देश…