एक ओर आगामी लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी विशेषकर प्रधानमंत्री मोदी अबकी बार चार सौ पार का नारा जोर शोर से लगा रहे हैं वहीं इलेक्टोरल बॉन्ड के खुलासों से बी जे पी में अजीब सी बेचैनी दिखाई दे रही है क्योंकि जिस प्रकार से विपक्ष ने इसे आगामी चुनावों में प्रमुख मुद्दा बना लिया है उसने बी जे पी के रणनीतिकारों को बड़ी परेशानी में डाल दिया है। चुनावों की घोषणा पूर्व ही बढ़त बना चुकी टीम मोदी और विशेषकर प्रधानमंत्री मोदी की इमेज को इन बॉन्ड के खुलासे ने भारी नुकसान पहुंचा दिया है। विपक्ष के आरोपों के बीच पार्टी को एक और बड़ा झटका मिला है जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन के पति प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और भारतीय जनता पार्टी की आंध्र प्रदेश इकाई के पूर्व प्रवक्ता परकला प्रभाकर ने एक बयान में कहा कि चुनावी बॉन्ड भारत का ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है। उन्होंने अपनी भविष्यवाणी में कहा है कि “चुनावी बांड मुद्दा” सत्तारूढ़ भाजपा को भारी पड़ेगा। परकला प्रभाकर ने रिपोर्टर से बात करते हुए कहा कि चुनावी बांड का मुद्दा आज की तुलना में कहीं अधिक गति पकड़ेगा। हर कोई अब समझ रहा है कि बात सिर्फ सीटों की नहीं है बल्कि इस मुद्दे के कारण, इस सरकार को मतदाताओं द्वारा कड़ी सजा दी जाएगी। इसके साथ ही जिस प्रकार से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की गिरफ़्तारी के बाद दुनिया की सबसे बड़ी ताकतों में शामिल अमेरिका और जर्मनी भी भारत सरकार की आलोचना कर रहे हैं। उससे वर्तमान चुनावों में सरकार को देश की जनता के सामने अपनी विश्वसनीयता बचाये रखने में बड़ी मेहनत करनी होगी।