कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज वीडियो कांफ्रेस के द्वारा विभिन्न समाचार पत्रों,मीडिया संस्थानों के संवाददाताओ से वार्ता में कहा कि “हमें छोटे कारोबारियों, मजदूरों और जरूरतमंदों की मदद करनी होगी। लोगों की नौकरियां जा रही हैं। हमें कल नहीं बल्कि आज और अभी कांग्रेस द्वारा सुझाई गयी न्याय योजना क़ी तरह लोगों के पास पैसा भेजना होगा.सरकार को चाहिए कि गरीबों एवं मजदूरों के खातों में 7500 रुपए डाले. अगर हम अभी मदद नहीं करते हैं तो (बेरोजगारी की) सुनामी आ जाएगी।”
पत्रकारों के सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि लॉक डाउन से बाहर निकलने के लिए एक ऐसी रणनीति बनानी चाहिए जिससे लोगों के बीच फैले इस वायरस का डर ख़त्म हो. लोगों को बताना होगा कि कोविड-19, 99 प्रतिशत लोगों के लिए खतरनाक नहीं हैं और जिन लोगों में हाइपरटेंशन, शुगर,ब्लड प्रेशर या फिर दिल या फेफड़ों से सम्बंधित बीमारियां हैं ऐसे 1 प्रतिशत लोगों के लिए ही यह खतरनाक है और हमें ऐसे लोगों की सुरक्षा करनी होगी।
राहुल गांधी ने कहा कि इस सारी रणनीति में राज्यों को शामिल करना चाहिए.अभी तक राज्यों में रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन तक केंद्र तय कर रहा है जबकि ये निर्णय स्थानीय राज्य सरकार को करना चाहिए और इसके लिए सम्बंधित क्षेत्र के डी एम को जिम्मेदारी देनी चाहिए.आज देश को एक मजबूत लीडर की नहीं बल्कि बहुत सारे मजबूत सी एम, कई सारे मजबूत डी एम और एक मजबूत पी एम चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार जो भी कदम उठाए उसमें पूरी पारदर्शिता होनी चाहिए.