1.ऑनलाइन क्लास….मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जारी किये नए दिशा निर्देश....कोरोना महामारी के कारण लगभग चार महीनों से देश के सभी शिक्षण संस्थान 16 मार्च से बंद कर दिए गए हैं. भले ही देश आज लॉकआउट चरण में पंहुच गया है और ज्यादातर गतिविधियों को जारी करने की अनुमति दे दी गयी है मगर शिक्षण संस्थायें अभी तक बंद रखी गयी हैं इन स्कूल में पढ़ने वाले लगभग 24 करोड़ बच्चों की पढाई प्रभावित हो चुकी है. मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि “महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए स्कूलों को न केवल अब तक पढ़ाने और सीखने के तरीकों को नयी कल्पना के तहत फिर से तैयार करना होगा बल्कि घर पर स्कूली शिक्षा और स्कूल में पढ़ाई के एक स्वस्थ मिश्रण के माध्यम से गुणवत्तापूर्वक शिक्षा देने की उपयुक्त विधि भी पेश करनी होगी ”
इसी सन्दर्भ में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूल कॉलेज के लिए प्रज्ञाता नामक दिशा निर्देश जारी किये हैं. जिनमें डिजिटल पढाई ,बच्चों के प्रति अभिभावकों की चिंता का ध्यान रखते हुए प्री प्राइमरी से लेकर 12 वीं तक रोजाना ऑनलाइन क्लास की संख्या और समयावधि तय की गयी है. इन दिशा निर्देशों के अनुसार प्री प्राइमरी क्लास के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन क्लास की प्री 30 मिनट से अधिक नहीं होनी चाहिए .कक्षा 1से 8तक के लिए 45 मिनट के दो और कक्षा 9 से 12 तक के लिए 30 से 45मिनट के चार ऑनलाइन सेशन की सिफारिस की गयी है.
2.बढ़ रही हैं चीन की मुश्किलें .….चीन अपनी गलत हरकतों की वजह से दुनिया में अपनी विश्वसनीयता खोता जा रहा है . कोरोना वायरस को छुपाने के लिए लिए वो पूरी दुनिया के निशाने पर है .इस बीमारी ने ज्यादातर विकसित देशों में हाहाकार मचा रखा है.केवल अमेरिका में ही 3,545,077 लोग इस महामारी के चपेट में आ चुके हैं और 139,143 लाख लोग मर भी चुके हैं. दूसरी और भारत के साथ सीमा विवाद में हिंसक झड़पों में दोनों देशों के कई सैनिक अपनी जान गँवा चुके हैं ,जिसके फलस्वरूप भारत ने 59 चीनी ऐप्प को बैन कर दिया है और देश में चीनी सामान के प्रति बड़ी नाराजगी फ़ैल चुकी है. बड़े बड़े प्रोजेक्ट से चीनी कंपनियों को बाहर कर दिया गया है . और अब हॉंग कॉंग के मसले पर चीन पश्चिमी ताकतवर देशों के निशाने पर है. हॉंग कॉंगमें चीन के नए सुरक्षा क़ानून को लेकर ये देश ख़फ़ा हैं. हॉंग कॉंग को ब्रिटेन ने एक समझौते के तहत 1989 में चीन को सौंपा था जिसमें हॉन्ग कॉन्ग को विशेष दर्जा दिया गया था. लेकिन नया सुरक्षा क़ानून, जिसके तहत चीन की आलोचना अपराध है, के लागू होने के बाद से हॉन्ग कॉन्ग में बहुत कुछ बदल गया है.अमेरिका ने इस विशेष दर्जे को ख़त्म कर दिया है .मंगलवार की प्रेस वार्ता में ट्रंप ने कहा, ”कोई विशेष दर्जा नहीं, कोई विशेष आर्थिक छूट नहीं और संवेदनशील तकनीक का कोई कारोबार नहीं” राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ”अब हॉंग कॉंग के साथ अमरीका ऐसा ही व्यवहार करेगा जैसा चीन के साथ करता है.” ब्रिटेन ने भी अब चीनी कंपनी ख़्वावे से 5 G में लिए जाने वाली टेक्नलॉजी के क़रार को ख़त्म कर दिया था. अमेरिका और भारत पहले ही ऐसा कर चुके हैं.
उधर कनाडा भी पिछले हफ़्ते ही हॉंग कॉंग के साथ अपनी प्रत्यर्पण संधि को स्थगित कर चुका है और सेना की ज़रूरतों से जुड़े कई साज़ोसामान के निर्यात पर भी पाबंदी लगा दी है.
3.राम राम सा…सचिन पायलट की नयी उड़ान…कब और कहाँ तक…आखिर जो होना था वो हो ही गया. राजस्थान के मुख्य मंत्री अशोक गहलोत के मन की हो ही गयी.आखिर उनके रास्ते का सबसे बड़ा काँटा हटा ही दिया गया.उनके डिप्टी सचिन पायलट को डिप्टी सी एम् और प्रदेश अध्यक्ष पद से
बर्खाश्त कर ही दिया गया..जवाब में सचिन ने ट्वीट कर सिर्फ यही लिखा..”सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं” उनके समर्थन में आये कई जवाबों का जवाब उन्होंने “राम राम सा ” लिख कर उनको धन्यवाद कहा.आखिर जिस सचिन पायलट की कड़ी मेहनतसे पार्टी लगभग दो साल पहले सत्ता तक पंहुची उसके साथ पार्टी का यह आचरण कांग्रेस को कहाँ ले जाएगा ये वक्त के गर्भ में नहीं बल्कि सामने है.पार्टी के जो नेता राजस्थान पर्यवेक्षक के रूप में भेजे गए थे वो चाहे सुरजेवाला हों या अजय माकन.जनता उनको पिछले सभी चुनावों में बुरी तरह से हरा चुकी है.
4.भारत में जल्दी मिल सकती है कोरोना वैक्सीन..मानव परीक्षण की मिली अनुमति…..भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने मंगलवार को बताया कि कोविड-19 टीके का देश में मानव परीक्षण शुरू हो गया है।
भारत के औषधि महानियंत्रक ने दो टीकों के पहले और दूसरे चरण के मानव परीक्षण की अनुमति दे दी है। इनमें से एक टीका भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने आईसीएमआर के साथ मिलकर विकसित किया है, जबकि दूसरा टीका जायडस कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड ने तैयार किया है।भार्गव ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि दो भारतीय टीके हैं जिनका चूहों और खरगोशों में सफल अध्ययन हो चुका है और यह डेटा डीसीजीआई को सौंपा गया था जिसके बाद दोनों टीकों को इस महीने के शुरू में शुरुआती चरण के मानव परीक्षण की अनुमति मिल गई.
5.अमेरिका में पढ़ने वाले विदेशी स्टूडेंट्स को राहत...डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने उस आदेश को फिलहाल वापस ले लिया है है जो हजारों विदेशी छात्रों को देश से बाहर जाने के लिए मजबूर कर सकता था. अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि कोरोनोवायरस महामारी के कारण वो स्टूडेंट्स जो ऑन लाइन क्लास में पढाई कर रहे हों वो या तो उन कॉलेज में स्थानांतरित हो जांय जहाँ पढाई हो रही है या फिर वो फिलहाल देश छोड़ दें. डोनाल्ड प्रशासन के इस निर्णय से फिलहाल हजारों भारतीय छात्रों को राहत मिली है जो ऑनलाइन पढाई कर रहे हैं.
उधर यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (डीएचएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि प्रशासन का अभी भी आने वाले हफ्तों में एक विनियमन जारी करने का इरादा है कि क्या वो विदेशी छात्र यू एस ए में रह सकते हैं जिनकी कक्षाएं ऑनलाइन चलती हैं.
6.अगर अयोद्ध्या नेपाल में है तो कहाँ है सरयू नदी? अखिल भारतीय अखाडा परिषद् के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने नेपाल के प्रधान मंत्री के अयोद्ध्या सम्बन्धी विवादास्पद बयान पर मंगलवार को कहा कि अयोध्या अनादिकाल से भारत में ही है और उत्तरप्रदेश में सरयू नदी के तट पर स्थित है और पूछा है कि नेपाल में सरयू नदी कहाँ है?महंत नरेंद्र गिरि ने एक बयान जारी कर कहा कि अयोध्या के भारत में होने के कई प्रमाण हैं. भारत के खिलाफ बोलने के लिए नेपाल, चीन के हाथों खेल रहा है और नेपालवासियों का दुर्भाग्य है कि मानसिक रूप से विचलित एक व्यक्ति उनका प्रधानमंत्री है.उन्होंने कहा कि इस तरह का विवादास्पद बयान देकर नेपाल के प्रधानमंत्री करना क्या चाह रहे हैं, यह मुझे नहीं पता. लेकिन मुझे लगता है कि वह नेपाल को विनाश की तरफ ले जा रहे हैं. भारत का संबंध नेपाल के साथ बहुत अच्छा है और इस तरह का बयान ओली को नहीं देना चाहिए.
7.कोरोना अपडेट …देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 936181,जिनमें 592032 ठीक हुए और 24309 मौतें हो चुकी हैं. पूरे विश्व में ये संख्या क्रमशः 13103290 5272879 ,573042 है.